15th August,’16

आसरा मुसलमान को दिया था तूने भी और मैंने भी सिख काटे थे तूने भी और मैंने भी कौन वहशी है और कौन मसीहा, ये तो पता नहीं लाशें बिछी थी लकीर के इस पार भी और उस पार भी खोया था अपना तूने भी और मैंने भी घर लुटा था तेरा भी और मेरा … More 15th August,’16